बालू माफियाओं के बढ़ते रुतबे के आगे नतमस्तक हुआ प्रशासन।

 यमुना का सीना चीर कर बेखौफ तरीके से हो रहा बालू का अवैध खनन पुलिस कप्तान के मकसद पर पुलिस नहीं उतर सकी खरी।


रिपोर्ट, सम्पादक राजेश पाण्डेय।

यमुना नदी का सीना चीर कर बालू का अवैध खनन का रिश्ता कौशांबी से पुराना है। बालू के अवैध खनन में कई बार यमुना तराई क्षेत्र खून से लाल हो चुका है। कौशांबी इलाहाबाद के बालू माफियाओं के साथ-साथ अब तो राजस्थान, पंजाब, हरियाणा के बालू माफियाओं ने भी काली कमाई में दखल दे दिया है। बालू माफियाओं से मोटी रकम मिलने के चलते अधिकारियों ने उनके सामने घुटने टेक दिए हैं। बेखौफ तरीके से यमुना का सीना चीर कर माफियाओ के द्वारा बालू का अवैध खनन हो रहा है। पिपरी थाना क्षेत्र के यमुना नदी के औधन घाट से नदी के जल के बीच से बालू की निकासी हो रही है। स्थानीय पुलिस सब कुछ आंखों से देख रही है लेकिन उसके बाद भी स्थानीय पुलिस पूरी तरह से अनजान बनी है। औधन घाट में बालू के अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए पूर्व पुलिस अधिकारियों ने पुलिस चौकी की स्थापना कर उप निरीक्षक और सिपाहियों की तैनाती की लेकिन पुलिस कप्तान के मकसद पर पूरी पुलिस चौकी खरी नहीं उतर सकी है। बालू माफियाओं के अवैध कारोबार में चौकी के उप निरीक्षक और सिपाही केवल धनादोहन कर आला अधिकारियों को गुमराह करने तक सीमित हैं जिससे बालू का अवैध खनन पर विराम नहीं लग सका है।



Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत रसोइया दलित महिला को ग्राम प्रधान अपनी खुन्नस निकालने के लिए दिया निकाल।

भूमाफिया दबंग की दबंगई से परेशान भवन स्वामी।

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हरिकेश दुवेदी द्वारा महिला पार्टी का आयोजन किया गया।