मजदूर का पैसा खा गयी सेकट्ररी अर्चना सरोज व उसका पति शिवबाबू सरोज।

जिले के आला अधिकारियों से लगा चुका गुहार खा रहा दर दर की ठोकरें,मजदूरी ना मिलने से झुब्ध  होकर मजदूर ठेकेदार अब आत्महत्या कर अन्य मजदूरों से ले पायेगा छुटकारा।


 जनपद कौशांबी तहसील सिराथू के अन्तर्गत दुर्गेश कुमार मजदूर ठेकेदार ग्राम पंचायत के सेकट्ररी के द्वारा होने वाले कार्य ग्राम पंचायत सेकट्ररी अर्चना सरोज  के पति शिवबाबू सरोज पत्नी के कार्य को भी प्रधानों से मिल कर धन उगाही में सहयोग करते हैं। मजदूरी कार्य का ठेका दुर्गेश कुमार से कई ग्राम पंचायत में करवाया जिसका लगभग 3 लाख रुपये बकाया है, जब भी मांगा जाता है तो गाली गलौज करता है व हाथ पैर तोडने की धमकी देता है चाहे जहाँ जाओ तुम्हारा रुपये नहीं देगें वही पैसा थाने में देकर तुम्हारा सारी दुर्गति बनवा देगें यह कहना सेक्रेटरी के पति का कहना है कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता जबकि वह सभी ग्राम प्रधानों से अपनी मजदूरी का रुपया उनके लेटर पैड पर लिखा करके अधिकारियों को सूचित भी किया लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी ने सुध तक नही ली जिससे छुब्ध ठेकेदार दुर्गेश ने अपने परिजनों व साथियों से कहा कि अब मैं आत्महत्या कर लूंगा यदि अधिकारियों ने मेरी मजदूरी का रुपया नही दिलवाया तो मैं मौत को गले लगाना पसन्द करूंगा अब मुझसे अन्य मजदूरों की खरी खोटी नही सुनी जाती।

रिपोर्ट,विष्णु सोनी

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