लिंग पुराण स्कंद पुराण में ज्ञानवापी कूप का वर्णन।

फाउंटेन छोड़ा जा सकता है, लेकिन ज्योतिर्लिंग को नहीं।

इस ओवैसी ने हमारे पुराण शास्त्र नहीं पढ़े हैं हजारों वर्ष पूर्व लिखे गए लिंग पुराण स्कंद पुराण में ज्ञानवापी कूप का वर्णन है वह आजकल के प्रेस में छपे नहीं है ।मोदी साहेब ने नहीं लिखे हैं। और दूसरी बात तो यह है कि नंदी  जिस ओर मुंह करके बैठे हैं उस ओर अवश्य ही नंदी भगवान शिव को ही देख रहे होंगें वह कोई फाउंटेन को नहीं देख रहे हैं।

और तीसरी बात यह कि तुम फाउंटेन के पत्थर की भी जांच करवा लो और मंदिर के पत्थरों की भी जांच करवा लो कितने साल पुराने है यह पता चल जाएगा फिर सभी मस्जिदों को खाली कर दोगे जिस पर कभी मंदिर थे?

और चौथी बात मान लो कि यह फाउंटेन ही है तुम्हारे लिए यह फाउंटेन है तो फाउंटेन तो कहीं भी बनाया जा सकता है हमारे लिए यह काशीविश्वेश्वर का ज्योतिर्लिंग है जो 1 इंच दूर हट नहीं सकता, वह अचल होता है। ज्योतिर्लिंग की भावना फाउंटेन से बहुत ऊंची है। फाउंटेन छोडा जा सकता है, ज्योतिर्लिंग को नहीं।

और पांचवी बात हमारे पुराण से ज्यादा पुराने तुम्हारे कोई शास्त्र में ज्ञानवापी शब्द हो तो हमें बताओ ज्ञानवापी शब्द ही संस्कृत है और हमारे पुराणों में उसका उल्लेख है तुम्हारे शास्त्र में तो उल्लेख है ही नहीं। तो यह जगह हमारी है खाली करो। हिंदुस्तान हमारा है। मंदिर तोड़कर बनाई गई हर जगह खाली करो।

और एक बात हिन्दू राजाओं  और प्रजा ने यह मंदिर हिन्दूस्तान में ही बनाया है। यह आर्यावर्त हमारा प्रदेश है। ये कोई अरबस्तान नहीं। यहां ज्ञानवापी कूप का दावा ही सही रहेगा। मजबूत रहेगा। ज्ञानवापी मस्जिद सुनने में भी उलट पुलट सा भारतीय ज्यादा मस्जिद कम लगता है।

रिपोर्ट, रविनारायन तिवारी, zee प्रभात न्यूज़।


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