भूमाफिया दबंग की दबंगई से परेशान भवन स्वामी।
भवन का बैनामा होने के बाद भी भूमाफिया दबंग नहीं करने दे रहा भवन निर्माण।
जनपद कौशांबी चायल तहसील क्षेत्र संदीपन घाट थाना अंतर्गत ग्राम सिकंदरपुर बजहां निवासी स्वर्गी रामप्रसाद मिश्रा द्वारा सन 1994 में मूरतगंज चौकी के बगल में ही एक अध कच्चा बने भवन को खरीदा व रजिस्टर्ड बैनामा करवाया गया था उसी भवन में स्वर्गी राम प्रसाद मिश्रा के पुत्र ब्रम्हा नंद मिश्रा काबिज भी हैं खरीदे हुए भवन में 30 वर्षों तक आढ़हस का कार्य भी किया गया साथ ही ब्रम्हा नंद मिश्रा के नाम पर बिधुत कनेक्शन भी है ।
ब्रम्हा नंद मिश्रा अपनी फरियाद लेकर पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी के पास जाकर तहरीर देते हुए भवन रजिस्ट्रेशन के सारे कागजात दिखाते हुए न्याय करने का निवेदन करते हैं एसपी द्वारा संदीपन घाट थाना प्रभारी को जांच कर न्यायउचित कार्यवाही करने का आदेश जारी किया गया।थाना समाधान दिवस के दिन ब्रम्हा नंद मिश्रा को और भूमाफिया दबंग राजाराम को बुलाया गया ब्रम्हा नंद द्वारा सभी साक्ष्य गवाह और सबूत पेस किये गए लेकिन राजाराम द्वारा कोई भी सबूत नही दिया गया थाना समाधान दिवस में मौजूद सभी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ब्रम्हा नंद मिश्रा के पक्ष में फैसला दिया गया और भवन निर्माण करने को कह दिया गया ब्रम्हा नंद के पक्ष में हुए फैसले का विरोध करते हुए राजाराम द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों पर ब्रम्हा नंद मिश्रा से रिस्वत लेने का झूठा आरोप लगाया जाने लगा अधिकारियों द्वारा उसे स्टे आदेश लाने को कहा गया।
ब्रम्हा नंद मिश्रा ने अपने बयान में बताया कि सन 1994 में मकान का बैनामा उनके पिता स्वर्गी रामप्रसाद मिश्रा द्वारा लिया गया था लेकिन मकान की भूमि का बैनामा नही लिया गया था जिस कारण भवन की भूमि में नाम आज भी उन लोगों का खतौनी में दर्ज है जिनसे मकान का बैनामा लिया गया था जिनके नाम जवाहरलाल, मोतीलाल, चिरौंजीलाल, वीरेंद्र कुमार, प्रदीप कुमार, संतोष कुमार इत्यादि सह खातेदार के नाम दर्ज हैं लेकिन कहीं भी किसी भी कागज पर बिरोधी दबंग भूमाफिया राजाराम का नाम नही दर्ज है जिन लोगों के नाम भूमि की खतौनी में दर्ज हैं उन लोगों द्वारा भवन निर्माण कार्य में कोई विरोध नही किया जा रहा है बल्कि ब्रम्हा नंद के पक्ष में अपना बयान भी लिखित दे रखा हुआ है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मूरतगंज कसिया निवासी भूमाफिया दबंग राजाराम का यही धंधा है लोगों को परेशान करना लोगों से रंगदारी मांगना रंगदारी ना मिलने पर झूठी तहरीर देकर लोगों को परेशान करना जबकि राजाराम द्वारा स्वयं ग्राम सभा की भूमि पर कब्जा करने व बेचने के आरोप लगे हुए हैं राजा राम द्वारा अधिकारियों को झूठी प्रार्थना पत्र देकर गुमराह किया जाता है साथ ही लोगों को परेशान करने का कार्य किया जाता है।
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