चरवा पुलिस तिहरे हत्याकांड का नहीं कर पा रही खुलासा।
चौराडीह में पिता-पुत्र समेत एक मानसिक रोगी की लुटेरों ने की थी हत्या।
पुलिस ने मामले को डाल रखा है ठंडे बस्ते में।
चरवा के रामनगर निवासी चंद्रपाल यादव ने चौराडीह बाजार में जलपान की दुकान खोल रखा था।वह 2015 में लगभग 9 बजे रात दुकान बंदकर पुत्र कमल यादव के साथ बाइक से घर जा रहा था।इसी दौरान चौराडीह और सटई तिराहे के बीच लुटेरे सड़क के दोनों छोर पर तार बांधकर लूट के इरादे से बैठे थे।पिता-पुत्र के वहां पहुंचते ही दोनों तार में फंसकर बाइक समेत सड़क पर गिर गये।लुटेरों ने उनसे पैसे छीनने के बाद पहचान जानने के डर से दोनों की डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।लुटेरों ने वारदात को देख रहे शाना नींबी गांव के मनोरोगी रामसिंह पुत्र रामेश्वर पासी की भी हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया था।इस तिहरे हत्याकांड से क्षेत्र में दहशत फैल गई थी।पांच साल बीत जाने के बाद भी पुलिस इस घटना का खुलासा नहीं कर सकी है। थानाध्यक्ष अरविंद त्रिवेदी ने भी हत्याकांड के पन्ने को पलटने की कोशिश नहीं की और मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। वह हत्या का खुलासा नहीं कर पा रही है।इससे मृतकों के परिजनों में पुलिस के प्रति काफी आक्रोश है।
ब्यूरो रिपोर्ट zee प्रभात न्यूज़।
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